साथियों आप सभी का स्वागत है मेरे इस ब्लॉग pcgyan1 पर पिछले पोस्ट में मैंने वर्ड प्रोसेसिंग के बारे में लिखा था, और आज मैं इस पोस्ट में आपको एकाउंटिंग (accounting) के बारे में बताने वाला हूं तो चलिए शुरू करते हैं accounting on the bases own my knowledge.
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What is accounting ?
accounting क्या है? यह एक प्रकार का हिसाब होता है , जोकि किसी बड़े बिजनेसमैन या छोटे से व्यापारी (Bussiness man) द्वारा आकलन (अंदाजा लगाना ) करने के लिए किया जाता है , अकाउंटिंग (accounting) का सबसे ज्यादा उपयोग बिजनेस में होता है इससे हम अपने लेन देन का हिसाब रखते हैं। तथा एक निश्चित समय में इसका विश्लेषण (manipulation) या अकाउंटिंग करते हैं।
प्रमाणित सार्वजनिक खातों के अमेरिकी संस्थान की प्रौद्योगिकी समिति According to the American Institute of Certified Public Accounts Technology Committee,के अनुसार,
" लेखाकर्म (accounting) उन Transaction (व्यवहारों) और Events (स्थितियों) को जो की वित्तीय (पैसे लेन-देन) प्रकृति की होती है , मुद्रा के रूप में अभिप्रायपूर्ण तरीके से लेखा (accounting) करने, Classification (बांटना) करने, Summary (सरांस) बनाने तथा उनके result की व्यख्या करने की कला है। "
Advantages of accounting and its use -
1) स्मरण रखने में सहायता (Help in Memorige) :- जब लेन देन ज्यादा होता है तो उन्हें याद (Memorige) रखने में बहुत परेशानी होती है और उन परेशानियों से बचने के लिए हम एकाउंटिंग का उपयोग करते हैं इससे एक लाभ इस प्रकार होता है , आप जब चाहे इससे वापस सेव डाटा(data) को खोल (open) के देख सकते हैं।
2)Evaluation facility :- लेखों व accounts की सहायता से व्यपारी आसानी से अपने व्यापार व लेनदेन का मूल्यांकन कर यह पता लगा सकता है की उसे लाभ (profite) या हानि(loss)।
3) स्थायी अभिलेख :- लेखाकर्म(Accounting) की सहायता से व्यपारी अपने लेन-देन (Trasaction) व Events(स्थिती) के अभिलेख स्थाई रूप से store (सहेज) कर सकते हैं। जिसे भविष्य में कभी भी प्रयोग किया जा सकता है। और यह बिना आपके अनुमति के डिलीट (delete) भी नहीं किया जा सकता है क्योंकि यहाँ फूल (full) सिक्युरिटी दिया जाता है।
4) कर विश्लेषण (tat initialization) में सुविधा :- Tax पटाना (भुगतान करना) तो हर किसी को पड़ता है और छोटा व्यपारी (home town bussiness man) अपने टैक्स का हिसाब आसानी से लगा सकता है लेकिन बड़े व्यपारियों (biggest money tributed bussiness) के लिए ये थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इस लेखाकर्म (accounting) की सहायता से प्रत्येक व्यपारी (bussiness man & women) आसानी से अपने आयकर और विक्रय कर का जो भुकतान राशि (paid amount) है , उसका पता लगा सकता है।
5) व्यपारिक लेन-देन(Business transaction) में सहायक :- व्यापार में क्या होता है , बहुत ज्यादा लेन-देन (transaction) अलग अलग व्यपारियों से अधिक होता है और अनेक व्यपारियों (many business man) द्वारा लोन (Loan) या उधारी में समान का क्रय - विक्रय (Buy sell) होता है तो इसका हिसाब रखने के लिए भी Accounting का उपयोग किया जाता है। तथा इस प्रकार के जो data होते है वह receipt के रूप में होता है, वह किसी व्यपारी या ग्राहक द्वारा दोखा दिए जाने पर, सबूत के तौर पर इसका उपयोग किया जा सकता है।
Types of Accounts
1.) Personal Account :- यह ऐसे खाते होते हैं जिसमें व्यक्ति , संस्था या Company से किये गए Transaction (सौदे) का Record होता है। इस प्रकार के खाते में loan debtor और loan receive करने वाले दोनो के नाम होते हैं।
उदाहरण:- pcgyan1 company, Khilawan account etc. इस प्रकार यहां पर मुझे loan देने वाले का नाम और उस पर मेरा नाम भी होगा ।
2.) Real Accounts :- ये वह Accounts होते हैं जिसमें वस्तुओं या संसाधनों (सम्पत्ति) के लेनदेन का Record होता है। जैसे किसी के पास से क्या लिया उसका नाम और किस चीज के लिए लिया उसका नाम।
जैसे :- Building Account, Cash Account etc.
जैसे मैंने एक वेबसाइट pcgyan1 बनाया तो इसके लिए मैंने लोन लिया तब लोन का अमाउंट और मेरे साइट का नाम उस अकाउंट में लिखा जाएगा मेरे नाम के साथ।
3.) Nominal Accounts :- ये वह Accounts है जिसमें Business के Profit, Loss, Income आदि का Detail store किया जाता है। इनका कोई Real appearance नहीं होता है।
जैसे :- Salary Account, Rent Account etc.
साथियों ये तो हुए Accounting के लाभ और उपयोग इसके अलावा अन्य जानकारियां इस प्रकार से हैं -
ok bye
khilawan patel
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