Hello welcome friends आज हम इस पोस्ट में बात करने वाले हैं c language में use किए जाने वाले header file के बारे में।
C program में उपयोग किए जाने वाले header file के नाम और इन्हें प्रोग्राम में क्यों शामिल किया जाता है उसके बारे में यहां पर बताया गया है।
C language में Header file में use किये जाने वाले विभिन्न Library Function की परिभाषाएं होती हैं। जब हम इन फंक्शन को अपने फाइल में उपयोग करते हैं तब इससे संबंधित है डर फाइल को प्रोग्राम के टॉप में इंक्लूड या शामिल करने की आवश्यकता होती है। इससे प्रोग्राम बिना किसी त्रुटि के या error के कंपाइल तथा रन होती है।
किसी भी header file का extension name dot h होता है तथा इन्हें प्रोग्राम में एक micro definition has include के साथ include किया जाता है यह निम्न प्रकार के हैं-
(1.) studio.h - इस Header File में Standard Input/Output Functions के Definitions होते हैं। इसे printf(), scanf(), fprint(), fscan() आदि के लिए Include किया जाता है।
(2.) conio.h इस Header File में Console Input/Output Functions के Definition होते हैं। इसे getchar (), getche (), putchar (), gets(), puts(), आदि के लिए Include किया जाता है।
(3.) math.h - इस Header file में Arithmetic या Mathematical function के definitions होते हैं। इसे sqrt(), sin(), cos(), tan(), abs(), log(), log10(), exp() आदि Functions के लिए Include किया जाता है।
(4.) string.h - इस Header file में string से सम्बंधित Function के लिए Include किया जाता है।
(5.) ctype.h - इस Header file में Character Testing एवं Conversion Functions के definition होते हैं। इसे toupper (), tolower (), tapasvini (), आदि Functions के लिए include किया जाता है।
(6.) stdlib.h - इस Header file में Utility Functions एवं Dynamic Memory Allocation (DMA) Functions के Definitions होते हैं। इसे calloc(), malloc(), free(), realloc() आदि Functions के लिए include किया जाता है।
(7.) time.h - इस Header file में Time Manipulation Functions के definitions होते हैं। इसे Difftime(), time() आदि के लिए include किया जाता है।
जैसे - #include
#include
आपको जानकारी कैसे लगी मेरे को कमेंट करके बताए ताकि और ऐसे ही अच्छे अच्छे पोस्ट आपके लिखा जा सके।
धन्यवाद मिलते हैं अगले पोस्ट में।
C program में उपयोग किए जाने वाले header file के नाम और इन्हें प्रोग्राम में क्यों शामिल किया जाता है उसके बारे में यहां पर बताया गया है।
C language में Header file में use किये जाने वाले विभिन्न Library Function की परिभाषाएं होती हैं। जब हम इन फंक्शन को अपने फाइल में उपयोग करते हैं तब इससे संबंधित है डर फाइल को प्रोग्राम के टॉप में इंक्लूड या शामिल करने की आवश्यकता होती है। इससे प्रोग्राम बिना किसी त्रुटि के या error के कंपाइल तथा रन होती है।
किसी भी header file का extension name dot h होता है तथा इन्हें प्रोग्राम में एक micro definition has include के साथ include किया जाता है यह निम्न प्रकार के हैं-
Types of header file
(1.) studio.h - इस Header File में Standard Input/Output Functions के Definitions होते हैं। इसे printf(), scanf(), fprint(), fscan() आदि के लिए Include किया जाता है।
(2.) conio.h इस Header File में Console Input/Output Functions के Definition होते हैं। इसे getchar (), getche (), putchar (), gets(), puts(), आदि के लिए Include किया जाता है।
(3.) math.h - इस Header file में Arithmetic या Mathematical function के definitions होते हैं। इसे sqrt(), sin(), cos(), tan(), abs(), log(), log10(), exp() आदि Functions के लिए Include किया जाता है।
(4.) string.h - इस Header file में string से सम्बंधित Function के लिए Include किया जाता है।
(5.) ctype.h - इस Header file में Character Testing एवं Conversion Functions के definition होते हैं। इसे toupper (), tolower (), tapasvini (), आदि Functions के लिए include किया जाता है।
(6.) stdlib.h - इस Header file में Utility Functions एवं Dynamic Memory Allocation (DMA) Functions के Definitions होते हैं। इसे calloc(), malloc(), free(), realloc() आदि Functions के लिए include किया जाता है।
(7.) time.h - इस Header file में Time Manipulation Functions के definitions होते हैं। इसे Difftime(), time() आदि के लिए include किया जाता है।
जैसे - #include
#include
आपको जानकारी कैसे लगी मेरे को कमेंट करके बताए ताकि और ऐसे ही अच्छे अच्छे पोस्ट आपके लिखा जा सके।
धन्यवाद मिलते हैं अगले पोस्ट में।
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